Sunday 25 December 2016

तैमूर सिर्फ नाम ही काफी है .-- जाने क्यों ?

तैमुर एक हिंदुविरोधी खलनायक ..
तैमूर के नाम पर न सिर्फ हिन्दुओ का बल्कि पुरे देश का मजाक बनाया जा रहा है और हम मूक दर्शक बन कर तमाशा देश रहे है .. ख़ास बात तो ये है की अपने आप शंकराचार्य और ब्राह्मण करने वाले देश में हिन्दू धर्म का ठेका लेने वाले भी चुप है क्यों ????
क्योकि उनकी राजनीति ख़त्म हो जायेगी ?
वोट कम हो जायेगे ?
क्या पुब्लिसिटी नही मिलेगी या कोई और बात है ?
साईं पर लड़ने वाले . शंकर पर दूध चढाने वाले और न चढाने को लेकर बहस करने वाले आज चुप क्यों है ?
तैमुर एक हिंदुविरोधी खलनायक ..
जिसको नायक बनाने की कोसिस लगातार जारी है हमारे देश के कुछ साजिश करने वाले इस्लामिक धर्म गुरु और पढ़े लिखे लोगो द्वारा .. क्यों हम अपने धर्म और मजहब को भूल बड़ी गलती कर देते है जिसका फयादा अन्य धर्म के लोग उठाते है और आगे चलकर वो हमारे धर्म के लिए नासूर बन जाते है ... हमें विरोध हिन्दू मुस्लिम का नही जातिवाद का भी नही है यहाँ विरोध है तो सिर्फ हमारे देश के योद्धाओ को भूलकर लुटेरो की जय जय करने वालो के खिलाफ .. क्या आप और जानना चाहते है तैमुर के बारे में ,दुनिया की आधी दौलत पर था तैमुर का शासन , फारस की खाड़ी को लांघकर इसकी सेना  भारत की ओर बढ़ी थी। - इतिहासकारों के मुताबिक, तैमूर ने दिसंबर की सर्दियो में दिल्‍ली में प्रवेश किया था और पूरे शहर को जमींंदोज कर दिया।

करीना कपूर और सैफ अली खान की ओर से अपने बेटे का नाम तैमूर रखे जाने पर चर्चा का बाजार गर्म है। कई लोग सैफ और करीना के इस कदम पर सवाल उठा रहे हैं। उनका दावा है कि भारत के लोगों पर बेइम्‍तहांं जुल्‍म करने वाले एक लुटेरे के नाम पर अपने बेटे का नाम रखना देश के लोगों की तौहीन है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि यह उनका निजी फैसला है और हमें उनके फैसले का सम्‍मान करना चाहिए... 
भारत में तैमूर को अब तक का सबसे क्रूर आक्रमणकारी माना जाता है। - उसने 1398 में भारत पर हमला किया था। - उसकी 90 हजार लोगों की सेना सिंधु नदी कोलांघकर भारत की ओर बढ़ी थी। - इतिहासकारों के मुताबिक, तैमूर ने दिसंबर की सर्दियो में दिल्‍ली में प्रवेश किया था और पूरे शहर को जमींंदोज कर दिया।
दुनिया की आधी दौलत का था मालिक  - इतिहास की किताबों को खंगालें तो यह पता चलता है कि उसका साम्राज्‍य पश्चिम में तुर्की से लेकर पूर्व में भारत और दक्षिण में फारस की खाड़ी  से लेकर उत्‍तर में साइबेरिया तक फैला था।  - 
उस दौर की इकोनॉमी के हिसाब से देखा जाए तो यह दुनिया की सल्तनत लगभग उसकी थी 
दिल्‍ली से 90 हाथी व कई टन सोना लेकर भागा समरकंद - 
भारतीय इतिहास की पुरानी किताबों को खंगालें तो पाते हैं तैमूर भारत से बेशुमार दौलत लूट कर वापस गया
सिंधु नदी को पारकर दिल्‍ली तक आने के रास्‍ते में जो घर मिला उसने लूट डाला और जो सिर मिला उसे कलम कर डाला। बलात्कार से लेकर निसंस हत्या बच्चो बुढो को रौंदते हुए आगे बढ़ी उसकी सेना किसी तरह के रहम बिना अपने लुटने के मकसद के साथ आगे बढती गई , तैमूर भारत से दर्जनों टन सोने-चांदी के अलावा 90 हाथी भी लूट कर ले गया।
हालांकि यह नहीं पता चल पाया कि उसने इन हाथियों को आखिर क्‍या किया।  - कुछ इतिहासकारों के मुताबिक, तैमूर गाय-बैल जैसे घरेलू पालतू जानवर भी लूट कर ले गया था।
तैमूर का मतलब लोहा होता है। तैमूर फारसी शब्‍द तिमूर से निकला हुआ है। - वहीं उजबेक कबीलों में उसे तामरलान के नाम से संबोधित किया जाता है।
हालांकि कुछ विद्वानो का मत है कि तैमूर का तिमूर नाम ही सही है, उजबेक्स्तिान के यूएसएसआर के अधीन आने के बाद तिमूर के नाम का यूरोपीयकरण हो गया और यह तिमूर से तामरलान हो गया। तैमूर पहले फारस मतलब ईरान गया था, जहां उसके तामरलान नाम को तिमूर कहा गया तैमूर पहले फारस मतलब ईरान गया था, जहां उसके तामरलान नाम को तिमूर कहा गया वहीं जब वह भारत आया तो तिमूर तैमूर हो गया और भारतीय इतिहास का सबसे.क्रूर आक्रमणकारी गिना गया.
भारत की अमीरी ने तैमूर को यहां आक्रमण करने के लिए प्रेरित किया। - भारत में उसकी लूट-खसोट से यह साबित भी हो जाता है।सीरियाई इतिहास से जुड़ी कुछ किताबों के मुताबिक, तैमूर ने अपने बेटे शाहरुख से कहा था - कि भारत के लोगों के पास बेशुमार दौलत होती है, इसीलिए वह भारत पर हमला करेगा,  ..
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हमें आगे याद रखना चाहिए और लोगो पर ध्यान रखना चाहिए की वो हमारे देश का धर्म का इतिहास का कभी मजाक न वना पाए मजाक न उड़ा पाए .. 
ये मुस्लिम परिवार हमारे देश का हमारे धर्म का मजाक बना रहा है इसके पीछे अनपढ़ गवार नही बल्कि एक सोची समझी राजनीति है .. 

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